
बगैर बुनियादी पढ़ाई के थकगये मातापिता
भविष्य भारतीय नागरिकों को पढ़ाई सिखाने वाले अध्यापकों ...
आजके विधार्थी अधिकतम लिखने पढ़ने में कमजोरी से बीच मे पढ़ाई छोड दे रहे हैं । आगे बढ़गए विधार्थी मार्क्स और डिग्री पाकर भी योग्य नौकरी पाने मे बुरी हालत में हैं ।
बगैर बुनियाद के भवन कितने मंजिल बनेतो क्या है ?
शिक्षा की मूल भाषा
भाषा के मूल अक्षरमाला या अल्फबेट
बिना अक्षर भाषा नहीं
बच्चे पाठशला मे प्रवेशिका के पहली दो तीन साल में
शिशु कक्षा में ही घट बुनियाद डालना है ।
लिखते हुये पढ़ने और पढ़ते हुये लिखने में
साधन करते हुए परिपूर्णता के लिए खांचों मे अक्षरसे
प्रातीय , जातीय , अंतर्जातीय भाषाओं मे
और गुणातालिकाओं से अलग अलग स्लेटस् बनाये हैं ।
ये पुराने स्लेट से भिन्न है
प्राक्टिस मेक्स परफेक्ट
हम सबको मालूम है कि साधन से ही परिपूर्णता हासिल कर सकते हैं
बच्चों के दिमाग में बैठ जाता है
कंप्यूटर परिभाषा में हार्ड डिस्क में निक्षिप्त हो के
प्रिंटर अच्छा प्रिंट करती है
लिखने पढ़ने से घट बुनियादी बढ़ती है
अध्यापक बच्चों को लिखाते हुये पढ़ना , पढ़ते हुये लिखाने का
केवल पर्यवेक्षण ही करना पड़ता है ।
अध्यापक चाक से हर एक बच्चेके स्लेट के ऊपर अक्षर लिखनेका समय बचता है
ये टूटनेकी , धिसनेकी , भीगनेकी चीज नहीं
कागजका खर्च नहीं कागज के लिए पेड़, पौधोंको काटना कम होता है
अक्षरों मे बुनियाद पढ़े तो किताब पढ़सकते हैं
पढ़नेके लिए ऊपरंके तीन भाषाओं में प्राथमिक विषयका मिला - जुला
'बुनियादीकिताब , फौडेशनबुक " के नाम से एक किताब पेन्सिल से कागजपे लिखतें हुये अभ्यास करने के लिये तीन भाषा युक्त मिलिकॉपी रेटिंग बुक ( ६ ) स्लेट्यू और व्याग के साथ क्रमानुगत परिपूर्णता हासिल करने तक सिखाने के लिये तीन विभाग करके अलग अलग शैलियों की एक किट बनाई है । पहला विभाग में अस्सामी , हिंदी , अंग्रेजी भाषाओं मे १.२ पेजो के तीन स्लेट हैं । पहला विभाग साधन करके परिपूर्णता हासिल करने के बाद ही दूसरा विभाग में प्रवेश करना है । दूसरी विभाग में अस्सामी , हिंदी और गुणातालिकाओं से १.२ पेजो से ३ स्लेट हैं । ये विभाग में लिखने पढ़ने में परिपूर्णता हासिल करने के बाद किताब पढ़ सकते है और लिखसकते है ।
अब तीसरा विभाग प्रवेश करके बुनियादीकिताब , फौडेशनबुक पढ़ाते हुए तीन भाषासे युक्त कॉपीरेटिंग बुक में पेन्सिल से अभ्यास साधन कराने के लिए " अक्षराभ्यास किट पहुँचा रहे है ।
एक एक भाषा अलग अलग - सीखने या सिखाने वाले के लिए
१. अस्सामी मे अ से ए ' गुणितालु तक दो और गुणातालिकाओं के एक मिला के तीन स्लेट :
२. हिंदी मे अ से क्ष बारहखडी तक दो और गुणातालिकाओं के एक मिला के तीन स्लेट ,
३. अंग्रेजी के एक और गुणातालिकाओं के एक मिला के दो स्लेट :
४. पढ़ने के लिये " बुनियादीकिताब " और " कॉपी रैटिंग बुक मिला के चार थैलो मे पहुँचा रहे हैं ।
" अक्षराभ्यास " से बच्चे ही नहीं , अनपढ़ बड़े लोग भी सीख सकते हैं ।





